A scene like a panchayat, but not reel but real: The case of the viral call of MLA and secretary reached FIR
Panchayat Season 5 की रिलीज़ का इंतज़ार तो सभी को है, लेकिन इससे पहले ही बिहार की सियासत में एक ऐसा वाकया सामने आया है जिसने वेब सीरीज़ को भी मात दे दी है। मामला Maner (Bihar) से जुड़ा है, जहां पंचायत सचिव संदीप कुमार और RJD विधायक भाई वीरेंद्र के बीच फोन पर हुई तीखी बहस की ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है।
इस वायरल कॉल के बाद पंचायत सचिव ने SC-ST थाने, पटना में FIR दर्ज करा दी है। आरोप है कि विधायक ने उन्हें ‘जूते से मारने’ की धमकी दी और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया।
क्या था पूरा विवाद? | MLA vs Panchayat Secretary: What Really Happened?
घटना की शुरुआत तब हुई जब RJD विधायक Bhai Virendra, जो Maner से विधायक हैं, ने अपने क्षेत्र की निवासी Rinki Devi के पोते का death certificate बनवाने के लिए पंचायत सचिव को कॉल किया।
सचिव संदीप ने औपचारिकता में विधायक से उनका introduction मांगा, जिससे विधायक नाराज़ हो गए। इसके बाद जो हुआ, वह किसी Panchayat Season 5 Episode से कम नहीं था — गाली-गलौज, धमकी, और सत्ता की धौंस।
वायरल कॉल में क्या कहा गया?
वायरल ऑडियो में विधायक कहते सुनाई दे रहे हैं:
“तुमको नहीं पता भाई वीरेंद्र कौन है? इंग्लैंड से आया है क्या? जूते से मारूंगा तुम्हें, रिकॉर्ड करो चाहे कुछ भी करो!”
वहीं पंचायत सचिव ने भी संयम नहीं खोया और जवाब में कहा:
“तमीज से बात करेंगे तो हम भी तमीज से बात करेंगे। डरने वाले नहीं हैं, जो करना है करिए।”
जब विधायक ने ट्रांसफर की धमकी दी, सचिव ने कहा:
“लिखकर दीजिए, हम ट्रांसफर झेल लेंगे लेकिन डरेंगे नहीं।”
वायरल ऑडियो का मुख्य बिंदु यह था कि सचिव ने विधायक को बिना पहचाने उनसे परिचय मांगा, जिस पर विधायक का गुस्सा फूट पड़ा।
FIR दर्ज, SC-ST एक्ट का हवाला
पंचायत सचिव संदीप कुमार ने SC-ST Act के तहत पटना के SC-ST थाने में FIR दर्ज करवाई है। उन्होंने अपनी शिकायत में मानसिक उत्पीड़न और जातिगत अपमान का हवाला देते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है।
विधायक भाई वीरेंद्र का सफाईनामा
मीडिया में मामला सामने आने के बाद Bhai Virendra ने अपनी सफाई में कहा कि:
“मेरे विधानसभा क्षेत्र के पंचायत सचिव ने कॉल रिकॉर्डिंग को जानबूझकर सोशल मीडिया पर फैलाया है। हां, कॉल में मेरी भाषा थोड़ी सख्त थी, लेकिन सचिव ने शिष्टाचार नहीं दिखाया। न ही अभिवादन किया, और न ही जनता के काम को गंभीरता से लिया।”
उन्होंने आगे कहा कि जनता के काम को लापरवाही से लेना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
Panchayat Web Series vs Real Bihar: क्या सच में फर्क रह गया है?
Panchayat Web Series को लेकर दर्शकों की दीवानगी काफी है, लेकिन बिहार की इस “Real-life Panchayat Fight” ने सबको चौंका दिया है। वेब सीरीज़ में जो सिचुएशंस काल्पनिक लगती थीं, अब वही ground reality बन चुकी हैं।
इस घटना ने साबित कर दिया है कि राजनीति और प्रशासन में वर्चस्व की लड़ाई किस हद तक जा सकती है — from viral phone call to legal FIR.
बिहार की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था एक बार फिर सुर्खियों में है। वायरल ऑडियो और FIR ने यह दिखा दिया है कि अब जनता और अधिकारी दोनों सोशल मीडिया और कानून का सहारा लेकर एक-दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं।
इस पूरे मामले में जहां एक तरफ जनप्रतिनिधि की भाषा पर सवाल उठे हैं, वहीं सचिव के रवैये को लेकर भी चर्चाएं हो रही हैं। दोनों पक्षों की बातें सामने आ चुकी हैं, अब देखन होगा कि आगे इस विवाद का क्या रुख होता है और क्या इस पर कोई कार्रवाई होती है या मामला सिर्फ सोशल मीडिया की सुर्खियों तक ही सीमित रह जाता है।