ईरान की बड़ी चेतावनी: “इजरायल की मदद की तो अमेरिका-फ्रांस-यूके के सैन्य ठिकाने और जहाज उड़ा देंगे”

ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध अब तेजी से अंतरराष्ट्रीय स्वरूप ले रहा है। शनिवार को ईरान ने अमेरिका (US), फ्रांस (France) और ब्रिटेन (UK) को सीधी चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने इजरायल की रक्षा में हस्तक्षेप किया, तो उनके सैन्य अड्डों (military bases) और जहाजों (warships) को निशाना बनाया जाएगा।

इस धमकी के बाद Israel-Iran Conflict में global war involvement की आशंका बढ़ गई है।

अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने दी प्रतिक्रिया

  • Donald Trump, अमेरिकी राष्ट्रपति, ने कहा कि अमेरिका इजरायल की रक्षा करेगा।”

    समाचार एजेंसियों के अनुसार, अमेरिकी सेना ने पहले ही कई ईरानी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया है।

  • फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी कहा कि उनका देश इजरायल को “Iranian retaliation” से बचाने में मदद करेगा।

  • ब्रिटेन की ओर से आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि उसने इजरायल को कोई सैन्य सहायता नहीं दी है, लेकिन प्रधानमंत्री कीयर स्टारमर ने तनाव घटाने की अपील की है।

शुक्रवार की रात: मिसाइलों और ड्रोनों की जंग

ईरान ने शुक्रवार को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन से जवाबी हमला किया, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हुई और दर्जनों घायल हुए।
इसी के जवाब में इजरायली फाइटर जेट्स ने तेहरान पर एयरस्ट्राइक की और कई ईरानी सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाया।

IDF (Israel Defense Forces) का दावा है कि ईरान ने अब तक 200 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं, और उनसे ज्यादा ड्रोन लॉन्च किए गए हैं। इनमें से अधिकांश को इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिया

 “तेहरान जल जाएगा इजरायली रक्षा मंत्री की चेतावनी

इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को सीधे शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा:

“अगर इजरायल पर मिसाइल हमले जारी रहे, तो तेहरान जलकर खाक हो जाएगा।”

ईरान ने भी कहा है कि वह इजरायल को उसके “surprise attack” का ऐसा जवाब देगा, जिसे वह हमेशा याद रखेगा

क्या यह युद्ध वैश्विक संकट की ओर बढ़ रहा है?

  • ईरान की धमकी से साफ है कि अगर US-UK-France ने सैन्य स्तर पर हस्तक्षेप किया, तो यह संघर्ष एक full-scale regional war में बदल सकता है।

  • UN Security Council की आपात बैठक में अमेरिका ने चेतावनी दी कि उनके सैन्य ठिकानों पर हमला “भयानक परिणाम” लाएगा।

Middle East में जारी युद्ध अब किसी भी क्षण विश्व युद्ध की ओर बढ़ सकता है, जहां बड़ी शक्तियों की प्रत्यक्ष भागीदारी के संकेत साफ नजर आने लगे हैं। इस स्थिति में diplomatic intervention की सख्त जरूरत है।