Trump vs Lula: Who will prevail in the tariff war, America or Brazil?
डोनाल्ड ट्रंप और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा के बीच जुबानी जंग अब Trade War में बदलती दिख रही है। बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एलान किया कि अमेरिका अब ब्राजील से होने वाले सभी आयातों पर 50% Import Tariff लगाएगा। यह फैसला लूला के उस बयान के बाद आया जिसमें उन्होंने ट्रंप को अप्रत्यक्ष रूप से “अनचाहा सम्राट” (Unwanted Emperor) कहा था।
टैरिफ ऐलान के बाद मार्केट में गिरावट
ट्रंप की इस घोषणा के बाद ब्राजील की Currency – Real में करीब 3% की गिरावट दर्ज की गई। साथ ही, अमेरिका में लिस्टेड ब्राजील की बड़ी कंपनियों के शेयरों में भी Sell-Off देखा गया। ब्राजील के विमान निर्माता Embraer के अमेरिकी शेयरों में करीब 9% की गिरावट आई।
ट्रंप बोले – बोल्सोनारो के खिलाफ कार्रवाई और डिजिटल ट्रेड पर हमले की सज़ा देनी होगी
ट्रंप ने यह टैरिफ निर्णय एक Open Letter में जारी किया। उन्होंने दावा किया कि ब्राजील की सरकार ने अमेरिका की Digital Trade Policies को नुकसान पहुँचाने वाले नियम लागू किए हैं और पूर्व राष्ट्रपति Jair Bolsonaro के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने ब्राजील की Supreme Court द्वारा सोशल मीडिया कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंधों को “Free Speech के खिलाफ हमला” बताया। साथ ही, ट्रंप ने Trade Act of 1974 – Section 301 के तहत ब्राजील की नीतियों की जांच के आदेश दिए हैं, जिससे आगे चलकर और कड़े टैरिफ लगाए जा सकते हैं।
ट्रंप ने फिर जयर बोल्सोनारो को बताया पीड़ित
Bolsonaro, जिन्हें कई बार “Trump of the Tropics” कहा गया है, फिलहाल 2022 के चुनावों में हार के बाद तख्तापलट की साजिश में फंसे हैं। ट्रंप ने अपने पत्र में दोहराया कि उनके सहयोगी बोल्सोनारो के खिलाफ चल रही जांच एक “Witch Hunt” है और इसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए।
लूला का पलटवार – ब्राजील को किसी ‘ट्यूटर’ की जरूरत नहीं
ब्राजील के राष्ट्रपति Luiz Inácio Lula da Silva ने टैरिफ की धमकी के बाद आपात बैठक बुलाई और फिर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“ब्राजील को किसी ट्यूटर की जरूरत नहीं है। न्यायपालिका अपना काम कर रही है और कोई बाहरी हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा। अगर अमेरिका एकतरफा टैक्स लगाएगा, तो ब्राजील भी Economic Reciprocity Law के तहत जवाब देगा।”
BRICS सम्मेलन से शुरू हुई खटास?
इस पूरे विवाद की शुरुआत BRICS Summit in Rio de Janeiro में हुई, जब ट्रंप ने BRICS को “Anti-America Alliance” बताया और ब्रिक्स देशों पर 10% Extra Tariff लगाने की धमकी दी। जवाब में लूला ने कहा:
“दुनिया बदल चुकी है, हमें कोई सम्राट नहीं चाहिए। हम Sovereign Nations हैं।”
इसके बाद ब्राजील के Foreign Ministry ने अमेरिकी दूत को तलब किया और ट्रंप के बयान पर आपत्ति जताई।
ट्रंप की नीति पर सवाल: व्यापार घाटे में है ब्राजील, फिर टैरिफ क्यों?
विशेषज्ञों के मुताबिक, Trump’s Reciprocal Tariff Policy का यह मामला असामान्य है क्योंकि ब्राजील खुद अमेरिका से ज़्यादा आयात करता है। 2024 में ब्राजील ने अमेरिका से $44 बिलियन का आयात किया, जबकि अमेरिका ने ब्राजील से $42 बिलियन का।
अमेरिका को भी लगेगा झटका: बीफ, कॉफी, कोको पर निर्भरता
ट्रंप का यह फैसला अमेरिका की अपनी जरूरतों पर भी असर डाल सकता है:
Beef Imports: 2024 में अमेरिका ने ब्राजील से $1.4 अरब डॉलर का बीफ मंगवाया।
Coffee & Cocoa: अमेरिका ने लगभग $2 अरब डॉलर का कॉफी ब्राजील से आयात किया, जो घरेलू उत्पादन से संभव नहीं।
अगर ब्राजील ने जवाबी कार्रवाई की, तो US Consumers को महंगाई का सामना करना पड़ सकता है।