Swarg में पहुंच चुके लोगों को Noida में मिल रही Pension, जांच में बड़ा खुलासा

गौतमबुद्ध नगर जिले (जिसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा शामिल हैं) में पेंशन वितरण प्रणाली की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां Social Welfare Department द्वारा कुछ ऐसे लोगों को भी पेंशन भेजी जा रही है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है।

जिला प्रशासन की ओर से कराए जा रहे pensioner verification drive में यह चौंकाने वाला मामला उजागर हुआ है। हैरानी की बात यह है कि सरकारी रिकॉर्ड में मृतकों को आज भी जीवित मानते हुए उनके bank accounts में हर महीने ₹1000 की pension भेजी जा रही है।

 34800 Pension Beneficiaries में से 82 मृत घोषित

गौतमबुद्ध नगर जिले में 34800 pension beneficiaries विभिन्न योजनाओं के तहत पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। इनमें शामिल हैं:

  • Old Age Pension (वृद्धावस्था पेंशन) – 14,881 लोग

  • Disability Pension (दिव्यांगजन पेंशन) – 4,503 लोग

  • Widow Pension (विधवा पेंशन) – 15,416 लोग

लेकिन जब door-to-door verification campaign शुरू हुआ, तो सामने आया कि इनमें से 82 लोग अब जीवित नहीं हैं। इसके बावजूद उनके खातों में लगातार सरकारी पेंशन ट्रांसफर की जा रही थी।

 Verification अभियान से हुआ खुलासा

District Magistrate Manish Kumar Verma के निर्देश पर 10 अप्रैल से पेंशनधारकों का सत्यापन शुरू किया गया। इस अभियान में SDM, BDO, Nagar Panchayat और Nagar Palika officials को शामिल किया गया।

28 अप्रैल तक 14,881 वृद्धावस्था पेंशनधारकों में से 5,214 का सत्यापन किया जा चुका है, जिनमें से 82 लोग मृत पाए गए। इसके बावजूद, उनके बैंक खातों में हर महीने ₹1,000 की पेंशन ट्रांसफर की जा रही थी।

लगभग 4.49 लाख रुपये की गड़बड़ी

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते 6 महीनों में इन ghost pensioners को लगभग ₹4.49 लाख की पेंशन भेजी गई है। अब प्रशासन यह जांच कर रहा है कि:

  • क्या इन खातों से पैसे निकाले गए?

  • क्या बैंक को death information दी गई थी?

  • क्या पेंशन की राशि अभी भी account में है?

Social Welfare Department ने संबंधित बैंकों को पत्र भेजकर transaction details और withdrawals की जानकारी मांगी है।

कब तक चलेगा Verification Campaign?

जिलाधिकारी के आदेशानुसार यह verification drive 25 मई 2025 तक चलेगा। इस दौरान और भी fake or deceased pensioners की पहचान होने की संभावना है।

इस खुलासे से यह साफ हो गया है कि Noida में pension fraud गंभीर समस्या बनती जा रही है। मृतकों के नाम पर पेंशन जारी होना न सिर्फ सरकारी धन की बर्बादी है, बल्कि सिस्टम की गंभीर खामियों को भी उजागर करता है।

District Authorities अब पूरी जांच के बाद ऐसे सभी मामलों में कार्रवाई की बात कर रहे हैं।