Kedarnath Yatra Mystery: एक अजीब बीमारी से घोड़ों की संदिग्ध मौतें, सरकार अलर्ट पर

Kedarnath Yatra 2025 के दौरान तीर्थयात्रियों को लाने-लेजाने वाले horses और mules (घोड़े-खच्चर) की अचानक हो रही मौतों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। बीते दो दिनों में 14 animals की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद Animal Husbandry Department ने बड़ा फैसला लिया है। अगले 24 hours तक Kedarnath route पर सभी घोड़े-खच्चरों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।

Sunday और Monday को क्रमशः 8 और 6 घोड़े-खच्चरों की मृत्यु के बाद पशुपालन सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने Rudraprayag पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने साफ किया कि स्थिति को गंभीरता से लिया जा रहा है और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए emergency measures लागू किए गए हैं।

डॉ. पुरुषोत्तम ने बताया कि central government और Hisar (Haryana) से विशेष जांच टीमें Tuesday को Kedarnath पहुंचेंगी। इन टीमों का उद्देश्य है घोड़ों की मौत के पीछे के कारणों की गहराई से scientific investigation करना।

Equine Disease और Infection की आशंका

पूर्व में Equine Influenza Symptoms मिलने के बाद, 4 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच 16,000 से अधिक पशुओं की जांच की गई थी। इनमें से 152 animals serological testing में पॉजिटिव पाए गए, हालांकि RT-PCR Reports ने उन्हें निगेटिव घोषित किया था। पशुपालन विभाग का प्रारंभिक अनुमान है कि मौतों की वजह किसी bacterial infection हो सकती है, लेकिन अंतिम निर्णय जांच के बाद ही लिया जाएगा।

Horse Screening Now Mandatory

अब से Kedarnath यात्रा मार्ग पर किसी भी पशु को चलने से पहले उसकी health screening की जाएगी। केवल जांच में negative result आने पर ही उसे यात्रा पर भेजा जाएगा। 2010 में ऐसी स्थिति में पूरी यात्रा रोक दी गई थी, लेकिन इस बार पहले से जांच होने के कारण यात्रा पूरी तरह नहीं रुकेगी।

Quarantine Protocol for Infected Animals

जिन पशुओं में symptoms जैसे नाक बहना आदि पाए जाएंगे, उनका RT-PCR Test कराया जाएगा। रिपोर्ट आने तक उन्हें विशेष quarantine centres में रखा जाएगा। यदि रिपोर्ट में वह स्वस्थ पाए जाते हैं, तो ही उन्हें यात्रा मार्ग पर पुनः भेजा जाएगा।

प्रशासन इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए किसी भी तरह की लापरवाही से बचना चाहता है। Pilgrims’ safety, साथ ही पशुओं की well-being को ध्यान में रखते हुए हर कदम सावधानी से उठाया जा रहा है।