Dehradun-Nainital में Heavy Rain Alert: पहाड़ों से मैदान तक मौसम का बदला मिज़ाज

उत्तराखंड में Monsoon 2025 ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। रविवार रात से ही Dehradun, Nainital, Pauri, Tehri, Haridwar और अन्य जिलों में तेज़ बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी है। India Meteorological Department (IMD) ने आज यानी सोमवार के लिए राज्य के कई हिस्सों में Heavy to Very Heavy Rainfall को लेकर Orange Alert जारी किया है। वहीं पूरे उत्तराखंड में Thunderstorm और Gusty Winds (30-50 Km/h) के लिए Yellow Alert लागू किया गया है।

Monsoon in Uttarakhand इस बार बिल्कुल समय पर Kumaon Region से राज्य में दाखिल हुआ है और मौसम विभाग के मुताबिक दो दिन के भीतर यह पूरे प्रदेश को कवर कर लेगा। IMD के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि इस बार मानसून सामान्य से करीब 15% अधिक बारिश ला सकता है। यानी कि अगले एक हफ्ते तक पहाड़ों से लेकर मैदान तक Scattered to Heavy Rain की संभावना बनी हुई है।

कहाँ-कहाँ है खतरा?

  • Dehradun & Nainital: भारी से बहुत भारी बारिश, भूस्खलन और जलभराव की चेतावनी।

  • Tehri, Pauri, Haridwar, Udhamsingh Nagar, Champawat: Heavy Rain के लिए Yellow Alert, सतर्क रहने की सलाह।

  • Other Districts (Pithoragarh, Bageshwar, Rudraprayag, Uttarkashi): हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज़ हवाएं और बिजली गिरने की आशंका।

Monsoon Impact: Temperature में गिरावट, Humidity से राहत

राज्य के मैदानी क्षेत्रों में जहां सोमवार को maximum temperature 34°C और minimum temperature 24°C तक रह सकता है, वहीं hill stations जैसे Mukteshwar और New Tehri में तापमान 22°C से 26°C के बीच रहने की संभावना है। बारिश की वजह से उमस में राहत मिलेगी, लेकिन दोपहर में तेज़ धूप परेशानी का कारण बन सकती है।

Monsoon Map & Advance Arrival

मौसम विभाग के ताज़ा Monsoon Progress Map के अनुसार, मॉनसून की उत्तरी सीमा Gujarat, Madhya Pradesh और Bihar से होते हुए उत्तराखंड तक पहुंच चुकी है। Skymet Weather Reports के मुताबिक, इस बार मॉनसून ने 25 जून की बजाय 23 जून को ही राज्य में पूरी तरह से प्रवेश कर लिया है।

Tourists और Locals के लिए Alert

बारिश का ये मौसम जहां पर्यटकों के लिए सुकूनदायक हो सकता है, वहीं भूस्खलन, सड़क जाम और बिजली गिरने जैसी घटनाएं लोगों के लिए खतरे का कारण बन सकती हैं। प्रशासन ने सभी संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है और आपदा प्रबंधन दल को अलर्ट पर रखा गया है।