पहाड़ी घर का सपना देख रहे हैं? जानिए उत्तराखंड के नए भूमि नियम और कैसे मिलेगी मंजूरी

उत्तराखंड (Uttarakhand) पहाड़ी इलाके में घर खरीदना या प्रॉपर्टी में निवेश करना कई लोगों का सपना होता है। लेकिन इस साल लागू हुए नए भूमि कानून (Land Laws in Uttarakhand) ने बाहरी लोगों (Non-Resident Buyers) के लिए संपत्ति खरीदने की प्रक्रिया को काफ़ी कड़ाई से नियंत्रित किया है। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और पारिस्थितिकी (Ecology) की सुरक्षा करना है।

पांच मुख्य नियम जो बाहरी लोगों को प्रभावित करते हैं

कृषि और बागवानी भूमि पर प्रतिबंध
उत्तराखंड के 13 जिलों में से 11 जिलों में बाहरी लोग कृषि (Agricultural Land) और बागवानी (Horticulture Land) की जमीन नहीं खरीद सकते। केवल हरिद्वार और उधम सिंह नगर जिलों में ही ऐसी भूमि खरीदना संभव है, और वह भी सरकार की विशेष अनुमति के बाद।

नगरपालिका सीमा के बाहर आवासीय भूमि की सीमा

बाहरी लोगों को अब अपने जीवनकाल में केवल एक बार नगरपालिका सीमा के बाहर 250 वर्ग मीटर से अधिक नहीं भूमि खरीदने की अनुमति है। इसके साथ एक हलफनामा (Affidavit) देना अनिवार्य है, जिसमें घोषणा हो कि उन्होंने या उनके परिवार ने पहले राज्य में ऐसी कोई संपत्ति नहीं खरीदी है।

व्यावसायिक भूमि उपयोग में सीमा

स्कूल, अस्पताल, होटल आदि के लिए व्यावसायिक भूमि खरीदने की सीमा पहले निर्धारित 12.5 एकड़ को पुनः लागू किया गया है। इससे अधिक भूमि खरीदने के लिए स्थानीय प्रशासन की विशेष अनुमति लेना आवश्यक होगा।

भूमि विकास का अनिवार्य नियम

यदि कोई भूमि खरीदी गई है तो उसे तीन वर्षों के भीतर निर्धारित उद्देश्य के लिए विकसित करना अनिवार्य है, अन्यथा वह जमीन सरकार के अधीन हो जाएगी।

हलफनामे का सख्त सत्यापन

बाहरी लोगों द्वारा भूमि खरीदते समय हलफनामे का सत्यापन जिलाधिकारी स्तर पर किया जाएगा, जिससे नियमों का उल्लंघन न हो।

एक्सपर्ट की राय: अधिवक्ता देववेश उनियाल का विश्लेषण

प्रसिद्ध अधिवक्ता देववेश उनियाल ने इंस्टाग्राम वीडियो के जरिए इन नियमों की विस्तार से व्याख्या की और बताया कि ये नियम बाहरी निवेशकों के लिए चुनौतियां बढ़ा सकते हैं। हालांकि, यह भी चर्चा में है कि कुछ ‘लूपहोल्स’ (Legal Loopholes) मौजूद हो सकते हैं, जिनका उपयोग समझदारी से किया जा सकता है।

 उत्तराखंड में निवेश से पहले ये बातें जरूर जान लें

उत्तराखंड में प्रॉपर्टी खरीदने के नए नियमों (Uttarakhand Property Laws) ने बाहरी निवेशकों के लिए कई नई शर्तें और सीमाएं निर्धारित की हैं। इसलिए निवेश से पहले स्थानीय भू कानून और नियमों की गहन समझ आवश्यक है ताकि आप किसी भी तरह की कानूनी परेशानी से बच सकें।