Uttarakhand : रामनगर में कांग्रेस ऑफिस खाली कराने गई पुलिस पर बवाल, आधी रात तक लाठीचार्ज और धरना प्रदर्शन
उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामनगर में सोमवार को Congress Office Eviction को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जबरदस्त टकराव हुआ। रानीखेत रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय को लेकर चल रहे विवाद ने उस वक्त तूल पकड़ लिया जब पुलिस दफ्तर खाली कराने पहुंची। रात डेढ़ बजे तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा और Police Lathicharge on Congress Workers की घटनाएं सामने आईं, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
सुबह टूटा ताला, रात में टूटी शांति
सोमवार सुबह कांग्रेसियों को जब कार्यालय का ताला टूटा मिला और अंदर कुछ अनजान लोग बैठे दिखे, तो गुस्सा फूट पड़ा। पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में कार्यकर्ता जबरन दफ्तर में घुसने की कोशिश करने लगे, तभी पुलिस ने उन्हें रोका। विवाद इतना बढ़ा कि लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें 6 से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हुए।
पुलिस और कांग्रेस आमने-सामने
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पुलिस का दावा: भवन व्यापारी नीरज अग्रवाल की पैतृक संपत्ति है, जिसे 2016 में किराये पर दिया गया था।
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व्यापारी का आरोप: कांग्रेस नेताओं ने जबरन कब्जे की कोशिश की।
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कांग्रेस का आरोप: सत्ता के इशारे पर कब्जा कराया गया और पुलिस दबंगों का साथ दे रही है।
कांग्रेस नेताओं का धरना, देर रात फिर से लाठीचार्ज
घटना की जानकारी मिलते ही नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा, विधायक भुवन कापड़ी, सुमित हृदयेश, और कई अन्य कांग्रेसी मौके पर पहुंच गए और धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
रात करीब 12:30 बजे, भीड़ बढ़ने पर पुलिस ने दोबारा लाठीचार्ज किया और प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने का प्रयास किया।
रणजीत रावत ने आरोप लगाया कि एक कार्यकर्ता का अंगूठा टूट गया और कई घायल हुए। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक दफ्तर खाली नहीं होता, आंदोलन जारी रहेगा।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज
कांग्रेस नेताओं के आरोप:
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रणजीत रावत: “पुलिस ने ताला तोड़कर दबंगों को कब्जा दिलाया।”
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यशपाल आर्य: “यह पूरा घटनाक्रम सत्ता की शह पर हुआ है।”
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भुवन कापड़ी: “प्रदेश में खुलेआम गुंडागर्दी हो रही है।”
भाजपा का पलटवार:
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विकास भगत (BJP प्रवक्ता): “कांग्रेस अवैध कब्जे को वैध दिखाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस नेताओं ने व्यापारी के कार्यालय और गोदाम पर जबरन कब्जा किया है।”
विवाद की जड़: संपत्ति किसकी?
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कांग्रेस का दावा: 2016 से इस कार्यालय का इस्तेमाल हो रहा है और यह कांग्रेस का अधिकृत दफ्तर है।
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व्यापारी का पक्ष: यह उनकी पैतृक संपत्ति है और कांग्रेस ने अवैध कब्जा कर रखा है।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि धक्का-मुक्की के चलते ही लाठीचार्ज किया गया।
घटनाक्रम संक्षेप में:
समय |
घटनाक्रम |
सुबह 9 बजे |
कांग्रेसियों ने ताला टूटा देखा |
दोपहर |
कांग्रेसियों ने अंदर जाने की कोशिश की, पुलिस ने रोका |
शाम |
कांग्रेस नेताओं का धरना शुरू |
रात 12:30 बजे |
पुलिस ने दोबारा लाठीचार्ज किया |
देर रात |
प्रशासनिक वार्ता विफल रही |
इन नेताओं ने की शिरकत
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यशपाल आर्य, करन माहरा, भुवन कापड़ी, सुमित हृदयेश, आदेश चौहान, निजामुद्दीन, सहित कई विधायक और कांग्रेस कार्यकर्ता
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कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल छिम्वाल, संजीव आर्य, ललित जोशी, भुवन शर्मा, देशबंधु रावत, जावेद खान आदि