Starship Flight 9 Crash: एलन मस्क का मेगा रॉकेट फिर फेल, क्या Moon और Mars मिशन को झटका लगा

स्पेसएक्स (SpaceX) ने अपनी अब तक की सबसे बड़ी और ताकतवर उड़ान का नौवां टेस्ट (Starship Test Flight 9) बुधवार तड़के भारतीय समयानुसार सुबह 5 बजे किया। यह रॉकेट भविष्य में चंद्रमा (Moon) और मंगल (Mars) तक इंसानों और भारी सामान को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। लेकिन उड़ान के दौरान रॉकेट का ऊपरी हिस्सा समुद्र में क्रैश हो गया, जिससे मिशन को झटका लगा है।

SpaceX Starship Flight 9: क्या हुआ उड़ान के दौरान?

रॉकेट दो हिस्सों में बंटा था:

  • नीचे का हिस्सा: Super Heavy Booster, जो रॉकेट को ज़मीन से ऊपर उठाता है

  • ऊपर का हिस्सा: Starship Module, जो असल में अंतरिक्ष मिशन का मुख्य भाग होता है

 Good News: Super Heavy बूस्टर ने सफलतापूर्वक टेकऑफ किया और एक तय प्रक्रिया के तहत समुद्र में उतार दिया गया।

Bad News: Starship Module उड़ान के लगभग 30 मिनट बाद spin control खो बैठा। वह तेजी से घूमने लगा और अंत में Indian Ocean में जाकर क्रैश हो गया।

Elon Musk Space Ambition को झटका!

इस उड़ान को लेकर SpaceX ने कुछ अहम in-flight experiments भी किए थे, ताकि भविष्य में इसे Reusable Rocket की तरह इस्तेमाल किया जा सके। लेकिन Starship का नियंत्रण खोना इस बात की तरफ इशारा करता है कि अभी इसे पूरी तरह कामयाब नहीं माना जा सकता।

ऊपरी हिस्से में कई Dummy Satellites भी लगे थे, जो समय पर Deploy नहीं हो पाए। यानी स्पेस मिशन के लिहाज से इस फ्लाइट की अहमियत थी – लेकिन सफलता अधूरी रह गई।

Flight Path और Global Monitoring

Starship की ये फ्लाइट अमेरिका के टेक्सास से उड़ती है और अपने मार्ग में Bahamas, Cuba, Mexico और अन्य देशों के ऊपर से गुजरती है। इसलिए Federal Aviation Administration (FAA) समेत अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने इस उड़ान को लेकर पहले ही कड़े नियम बनाए और चेतावनियां जारी की थीं।

क्यों थी ये उड़ान खास? | Why Starship Flight 9 Was Important

  • यह 2025 की तीसरी SpaceX Starship Test Flight थी

  • पहले दो परीक्षण भी संपूर्ण सफलता नहीं हासिल कर सके थे

  • हर परीक्षण से SpaceX सीख रहा है ताकि इसे crewed moon mission और Mars colonization के लिए तैयार किया जा सके

अब आगे क्या? | What’s Next for SpaceX and Elon Musk

Elon Musk का सपना है कि इसी Starship से अगले दशक में इंसान को चंद्रमा और फिर मंगल तक ले जाया जाए।
लेकिन जब तक Starship का ऊपरी हिस्सा orbit में जाकर सफलतापूर्वक वापस नहीं लौटता, तब तक यह मिशन अधूरा ही रहेगा।

SpaceX की अगली उड़ानों में अब और ज्यादा flight data, heat shield test, और reentry success rate पर फोकस किया जाएगा।