US President की घोषणा से चौक गए सचिन पायलट, कहा- भारत-पाक मसला अब संसद में उठे

भारत-पाकिस्तान के बीच एलओसी पर सीजफायर के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा घोषणा किए जाने पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सवाल खड़े कर दिए हैं। पायलट ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि:

“सीमा पर गोलीबारी बंद होना अच्छी बात है, लेकिन ये कैसे और किसके दबाव में हुआ, ये जानना जरूरी है। अमेरिका जैसे तीसरे देश का इस तरह दखल देना चिंताजनक है।”अब वक्त है POK पर 1994 प्रस्ताव दोहराने का”

सचिन पायलट ने 1994 के सर्वसम्मति से पास हुए संसद प्रस्ताव की याद दिलाई जिसमें भारत ने पाक अधिकृत कश्मीर (POK) को वापस लेने की बात कही थी।

“अब वो वक्त आ गया है जब हम पूरी स्पष्टता के साथ दोबारा कहें कि POK भारत का अभिन्न अंग है और हम उसे वापस लेकर रहेंगे।”

संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग

पायलट ने मोदी सरकार से मांग की कि वो संसद का स्पेशल सेशन बुलाए ताकि इस मुद्दे पर राष्ट्र एकजुट होकर अपना स्टैंड दुनिया के सामने रख सके।

“जिस तरह से पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, और अब अमेरिका के जरिए Ceasefire घोषित किया गया, ये सिर्फ कूटनीतिक मसला नहीं है, बल्कि देश की संप्रभुता से जुड़ा मामला है।”

सेना के पराक्रम को किया सलाम

पूर्व डिप्टी सीएम ने भारतीय सेना की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा:

“हमारी सेना ने सीमाओं पर जो बहादुरी दिखाई है, उस पर हमें गर्व है। हमने पहले दिन से कहा कि ये हमला सिर्फ सीमाओं पर नहीं, आत्मा पर हुआ है और इसका जवाब कड़ा होना चाहिए।”

क्या US का दखल India-Pak मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय बना देगा?

पायलट ने पूछा कि क्या इस तरह के घटनाक्रम से India-Pak Conflict का अंतरराष्ट्रीयकरण हो रहा है? क्या भारत को अपनी रणनीति में अब बदलाव करने की जरूरत है?