S. Jaishankar का बड़ा खुलासा: PoK में हमले के बाद ही पाकिस्तान को अलर्ट किया गया!

भारत के हालिया सैन्य ऑपरेशन ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को संसद की विदेश मामलों की सलाहकार समिति के सामने बताया कि पाकिस्तान को ऑपरेशन की जानकारी हमले के 30 मिनट बाद दी गई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्णय पूर्ण रूप से सैन्य स्तर पर लिया गया और इसमें किसी तीसरे देश, जैसे अमेरिका की कोई मध्यस्थता नहीं थी।

ऑपरेशन सिंदूर: कब, कहां और कैसे?

  • यह अभियान 7 मई की रात को अंजाम दिया गया।

  • भारत ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पीओके (PoK) में मौजूद 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया।

  • DGMO (Director General of Military Operations) ने पाकिस्तान को हमले के 30 मिनट बाद सूचित किया।

सूत्रों के अनुसार, जयशंकर ने बताया कि भारत ने पहले कोई जानकारी साझा नहीं की, बल्कि एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान को अलर्ट किया गया।

🇵🇰 अमेरिका की मध्यस्थता पर क्या बोले जयशंकर?

कांग्रेस के आरोपों पर जवाब देते हुए, एस. जयशंकर ने कहा कि ऑपरेशन को अमेरिकी हस्तक्षेप के कारण नहीं, बल्कि पाकिस्तान के DGMO के अनुरोध पर रोका गया था। उन्होंने स्पष्ट किया:

“भारत और पाकिस्तान के बीच केवल DGMO स्तर पर बातचीत हुई। ना मैंने पाकिस्तान से बात की, ना ही कोई अन्य भारतीय अधिकारी।”

उन्होंने बताया कि अमेरिका को साफ संदेश दिया गया कि

“Terrorism and talks can’t go together.”

पाकिस्तान की सेना पर मनोवैज्ञानिक असर

विदेश मंत्री ने समिति को बताया कि भारत की लक्षित कार्रवाई ने पाकिस्तानी सेना का मनोबल गिराया है। साथ ही उन्होंने सभी सांसदों से अपील की कि:

दुनिया भर में पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर बेनकाब करने के लिए एकजुट होकर काम करें।”

क्या बोले जयशंकर सोशल मीडिया पर?

एस. जयशंकर ने X (पूर्व ट्विटर) पर बैठक की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा:

“ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के खिलाफ भारत की Zero Tolerance Policy पर विचार-विमर्श किया। हमने एक मजबूत और सामूहिक संदेश भेजने की आवश्यकता पर जोर दिया।”