FACT CHECK: क्या ऋषिकेश में बंजी जंपिंग प्लेटफॉर्म गिरने से हुई 3 लोगों की मौत? वायरल वीडियो का सच आया सामने!

ऋषिकेश Bungee Jumping Accident Fact Check: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया है कि उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक बंजी जंपिंग प्लेटफॉर्म गिर गया, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। इस वीडियो को हादसे का लाइव फुटेज बताया जा रहा है और हजारों लोगों ने इसे Facebook, Instagram और WhatsApp पर शेयर किया है।

लेकिन जब देहरादून पुलिस ने इस वीडियो की जांच की, तो एक अलग ही सच्चाई सामने आई।

वायरल वीडियो की सच्चाई: न ऋषिकेश, न भारत – वीडियो नेपाल का और AI जेनरेटेड!

देहरादून पुलिस की जांच में सामने आया कि यह वीडियो ‘The Cliff’ नामक एक नेपाल स्थित बंजी जंपिंग रिज़ॉर्ट से मेल खाता है। वीडियो में जिस प्लेटफॉर्म को गिरता दिखाया गया है, वह AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से तैयार किया गया एनिमेशन है, जो देखने में वास्तविक लगता है, लेकिन फर्जी है।

देहरादून के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, यह वीडियो पूरी तरह भ्रामक (Misleading) है और कुछ अराजक तत्वों द्वारा जानबूझकर ऋषिकेश से जोड़कर वायरल किया गया है।

सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाना बना अपराध, पुलिस की सख्त चेतावनी

देहरादून पुलिस ने स्पष्ट किया कि:

  • ऋषिकेश या उत्तराखंड में ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ है।

  • सोशल मीडिया पर झूठे वीडियो शेयर करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

  • सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम बनाई गई है जो ऐसे वीडियो और स्टंटबाजों पर नजर रखे हुए है।

  • किसी भी वीडियो या खबर को फॉरवर्ड करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करना जरूरी है।

एसएसपी अजय सिंह ने आम नागरिकों से अपील की है कि भ्रामक या तथ्यहीन पोस्ट को वायरल करने से बचें। पुलिस ऐसे मामलों में आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई करेगी।

क्या है सोशल मीडिया Users को समझने की जरूरत?

  • वीडियो की लोकेशन, तारीख और स्रोत की जांच करें

  • वायरल वीडियो पर बिना पुष्टि के रिएक्ट या शेयर न करें

  • AI Generated Content अब इतनी उन्नत हो चुकी है कि वह असली जैसी लगती है

  • Fact Check Platforms या पुलिस के आधिकारिक बयान पर भरोसा करें

ऋषिकेश में बंजी जंपिंग से किसी की मौत नहीं हुई है। वायरल वीडियो नेपाल से मिलता-जुलता है और AI तकनीक से फर्जी तरीके से तैयार किया गया है। उत्तराखंड पुलिस इस मामले में सख्त रुख अपनाए हुए है और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तय है

सोशल मीडिया पर किसी भी जानकारी को शेयर करने से पहले उसकी प्रामाणिकता (authenticity) जरूर जांचें, ताकि आप अनजाने में फेक न्यूज का हिस्सा न बन जाएं।