2941 Block Panchayats, 7478 Gram Panchayats में लगे Administrator, क्यों टले चुनाव?

उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Three-tier Panchayat Elections) एक बार फिर से टाल दिए गए हैं। प्रदेश सरकार ने चुनाव की नई तिथि तय होने तक प्रशासकों की नियुक्ति (Administrator Appointed) का फैसला लिया है।

यह आदेश हरिद्वार को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों पर लागू होगा। आदेश के मुताबिक ग्राम पंचायतों में सहायक विकास अधिकारी पंचायत (AVO), क्षेत्र पंचायतों में उप जिलाधिकारी (SDM) और जिला पंचायतों में जिलाधिकारी (DM) को प्रशासक बनाया गया है।

 प्रशासकों का कार्यकाल कब तक?

शासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, ग्राम, क्षेत्र और जिला पंचायतों के कार्यकाल क्रमशः 27 मई, 29 मई और 1 जून 2025 को समाप्त हो चुके हैं। लेकिन “अति अपरिहार्य परिस्थितियों” के चलते तय समय पर चुनाव कराना संभव नहीं हो पाया।

इसी कारण, जब तक नई पंचायतें गठित नहीं हो जातीं या 31 जुलाई 2025 तक (जो पहले हो), तब तक पंचायतों का प्रशासनिक कार्य प्रशासक ही देखेंगे।

 2941 क्षेत्र पंचायतों और 7478 ग्राम पंचायतों में प्रशासक तैनात

उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, हरिद्वार को छोड़कर:

 2941 Block Panchayats (क्षेत्र पंचायतें)

 7478 Gram Panchayats (ग्राम पंचायतें)

 12 District Panchayats (जिला पंचायत अध्यक्ष पद)

में प्रशासकों की तैनाती की गई है।

 किन सीटों पर होने हैं चुनाव?

नई Delimitation (परिसीमन) के बाद उत्तराखंड में कुल मिलाकर:

 7514 ग्राम पंचायतें

 2936 क्षेत्र पंचायतें

 343 जिला पंचायतें

 55,640 ग्राम वार्ड

पर चुनाव होने हैं।

 

शासन ने हरिद्वार जिले को इस निर्णय से विलग रखा है, हालांकि इसके पीछे कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। इससे यह संकेत मिलता है कि या तो हरिद्वार में स्थिति स्पष्ट है या वहां अलग से चुनाव की तैयारी हो सकती है।

उत्तराखंड में पंचायत चुनावों की देरी ने ग्रामीण प्रशासन को एक बार फिर प्रशासकों के हवाले कर दिया है। अब देखना होगा कि सरकार कब तक चुनाव कार्यक्रम जारी करती है और यह व्यवस्था कितनी प्रभावी साबित होती है।