कुमाऊं क्षेत्र में रोडवेज बसों की कमी से यात्रियों को हो सकती है परेशानी​

चारधाम यात्रा के लिए कुमाऊं से बसों की तैनाती

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान कुमाऊं क्षेत्र से 66 रोडवेज बसों को भेजा जाएगा, जिसमें पिथौरागढ़ डिपो से 15 बसें शामिल हैं। यह निर्णय पहले से ही बसों की कमी से जूझ रहे कुमाऊं के रोडवेज डिपो पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है, खासकर पर्यटक सीजन के दौरान।

पर्यटक सीजन में बढ़ेगी चुनौती

अप्रैल से कुमाऊं में पर्यटन सीजन शुरू होता है, जब विभिन्न राज्यों से पर्यटक बसों के माध्यम से क्षेत्र के विभिन्न स्थलों की यात्रा करते हैं। साथ ही, महानगरों में रहने वाले स्थानीय निवासी भी छुट्टियों में घर लौटते हैं, जिससे बसों में भीड़ बढ़ती है। ऐसे में बसों की संख्या में कमी से यात्रियों को असुविधा हो सकती है और रोडवेज प्रबंधन को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। ​

प्रभावित डिपो और रूट्स

चारधाम यात्रा के लिए बसों की तैनाती से निम्नलिखित डिपो प्रभावित होंगे:​

  • पिथौरागढ़ डिपो: 15 बसें​

     

  • रानीखेत: 8 बसें​

     

  • रामनगर: 8 बसें​

     

  • बागेश्वर: 8 बसें​

     

  • अल्मोड़ा: 6 बसें​

     

  • लोहाघाट: 6 बसें​

     

  • भवाली: 5 बसें​

     

  • टनकपुर: 4 बसें​

     

  • काठगोदाम: 4 बसें​

     

  • हल्द्वानी: 2 बसें​

     

इन डिपो से बसों की कमी के कारण पहाड़ी रूट्स पर सेवा प्रभावित हो सकती है, जिससे स्थानीय यात्रियों को निजी वाहनों या महंगे परिवहन साधनों का उपयोग करना पड़ सकता है। ​

प्रशासन की तैयारियां और सुझाव

परिवहन मुख्यालय ने कुमाऊं के रोडवेज अधिकारियों को बसों की तकनीकी और भौतिक स्थिति सुधारने के निर्देश दिए हैं, ताकि उन्हें चारधाम यात्रा के लिए तैयार किया जा सके। इसके बावजूद, स्थानीय यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाएं और वैकल्पिक परिवहन साधनों पर विचार करें, ताकि किसी भी असुविधा से बचा जा सके।