क्या लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर जाम और हादसों का होगा अंत? एनएचएआई के तीन नए फ्लाईओवर होंगे तैयार

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने लखनऊ-अयोध्या हाईवे (Lucknow-Ayodhya Highway) पर यातायात सुधारने के लिए तीन नए फ्लाईओवर (Flyovers) बनाने का फैसला लिया है। इन फ्लाईओवरों का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने वाला है, जिसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) का निर्माण लगभग पांच महीने में पूरा होगा। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया (Tender Process) आरंभ की जाएगी।

हाईवे पर बढ़ता ट्रैफिक और दुर्घटनाओं का खतरा

लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर प्रतिदिन लगभग 18,000 से अधिक वाहन गुजरते हैं, जिनमें कार, ट्रक, बस और अन्य भारी वाहन शामिल हैं। भारी ट्रैफिक और कई ब्लैक स्पॉट (Black Spots) के कारण यहां अक्सर दुर्घटनाएं (Road Accidents) होती हैं, जो यात्रियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं। जाम (Traffic Jam) की समस्या भी इस हाईवे पर आम बात है।

फ्लाईओवर निर्माण से क्या होंगे फायदे?

  • Traffic Decongestion: तीन नए फ्लाईओवर बनने के बाद हाईवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी।

  • Road Safety: दुर्घटना संभावित ब्लैक स्पॉट्स पर फ्लाईओवर बनाकर हादसों पर अंकुश लगेगा।

  • Smooth Travel: छोटे और भारी वाहनों के लिए आवागमन आसान होगा, जिससे यात्रियों को राहत मिलेगी।

  • Time Saving: यातायात की गति बढ़ेगी, जिससे सफर का समय घटेगा।

तीन ब्लैक स्पॉट्स पर होंगे फ्लाईओवर — सफेदाबाद, दादरा और दिलोना

एनएचएआई ने लखनऊ-अयोध्या हाईवे के तीन प्रमुख ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित किया है, जहां फ्लाईओवर बनाना जरूरी है:

  • सफेदाबाद: यहां हाईवे के किनारे घनी आबादी है, जिससे सड़क पार करते समय कई हादसे होते हैं।

  • दादरा: यह भी एक दुर्घटना प्रवण क्षेत्र है, जहां अक्सर ट्रैफिक जाम और हादसे होते हैं।

  • दिलोना गांव के पास: गांव के लोग खेतों की ओर जाने के लिए हाईवे पार करते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती रहती हैं।

इन जगहों पर फ्लाईओवर बनने से न केवल दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी बल्कि क्षेत्र के लोगों का आवागमन भी सुरक्षित होगा।

NHAI की योजना और कार्ययोजना

डीपीआर (Detail Project Report) के तैयार होने के बाद NHAI टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा। अधिकारी मानते हैं कि फ्लाईओवर निर्माण का काम लगभग पाँच महीने में पूरा हो जाएगा। इससे लखनऊ-अयोध्या हाईवे की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होगा और यात्री सुरक्षित व आरामदायक यात्रा का अनुभव करेंगे।