25 जून को Constitution Murder Day मनाते हुए उत्तराखंड सरकार ने Democracy Fighters को दिया तोहफा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के लोकतंत्र सेनानियों (Democracy Fighters) के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि विधानसभा के आगामी मानसून सत्र (Monsoon Session) में Democracy Welfare Bill पेश किया जाएगा। इस कानून का उद्देश्य आपातकाल के दौरान मीसा और डीआईआर के तहत जेल गए सेनानियों के सम्मान और कल्याण को सुनिश्चित करना है।

मुख्यमंत्री ने यह घोषणा अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान की, जो कि 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल (Emergency in India) की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित किया गया था। इस अवसर को संविधान हत्या दिवस (Constitution Murder Day) के रूप में मनाया गया।

सम्मान निधि में होगी बढ़ोतरी, प्रक्रिया भी होगी सरल

सीएम धामी ने कहा कि Democracy Fighters को दी जाने वाली सम्मान निधि (Honorarium) की राशि में पहले भी वृद्धि की गई है, और अब इसे और अधिक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने यह भी वादा किया कि इस निधि को प्राप्त करने की प्रक्रिया को और simplified किया जाएगा, जिससे पात्र लोग आसानी से इसका लाभ उठा सकें।

समस्याओं के समाधान के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति

लोकतंत्र सेनानियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने के लिए सरकार नोडल अधिकारी (Nodal Officer) की नियुक्ति करेगी। इसके साथ ही, संबंधित सचिव को निर्देश दिए गए हैं कि लोकतंत्र सेनानियों को उनके identity certificates शीघ्रता से उपलब्ध कराए जाएं, ताकि उन्हें किसी भी सरकारी सुविधा में परेशानी न हो।

सीएम ने कहा कि हम Democracy Protectors के योगदान को सिर्फ याद ही नहीं करेंगे, बल्कि हर साल राज्यस्तरीय कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा।

Emergency की याद और लोकतंत्र की शिक्षा

मुख्यमंत्री धामी ने 25 जून 1975 को Indian Democracy का सबसे काला दिन (Black Day of Democracy) बताते हुए कहा कि एक व्यक्ति की तानाशाही सोच के चलते पूरे देश पर Emergency थोप दी गई थी। इस दौरान लोकनायक जयप्रकाश नारायण, अटल बिहारी वाजपेयी और नानाजी देशमुख जैसे नेताओं ने जेल में रहकर भी लोकतंत्र को बचाने की अलख जगाई।

उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को Emergency के इतिहास और Democracy के महत्व से अवगत कराना जरूरी है, इसलिए उत्तराखंड सरकार हर वर्ष 25 जून को Constitution Murder Day के रूप में मनाएगी।

कार्यक्रम में मौजूद रहे गणमान्य लोग

इस विशेष कार्यक्रम में पूर्व राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, सचिव शैलेश बगौली, और कई वरिष्ठ लोकतंत्र सेनानी जैसे कृष्ण कुमार अग्रवालप्रेम बड़ाकोटी समेत अनेक सेनानी और उनके परिजन उपस्थित थे।