Uttarkashi Dharali Cloudburst: Search for people trapped in debris continues in Dharali even after 6 days
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में 6 दिनों से जारी आपदा के बाद मलबे में फंसे लापता लोगों को खोजने के लिए सेना, ITBP, NDRF और SDRF की टीमें सक्रिय रूप से बचाव कार्य कर रही हैं। धारा-4 के तहत सुरक्षा बलों द्वारा मलबे में खुदाई की जा रही है, और खोजी कुत्तों के साथ-साथ निम एवं सेना की रेको डिटेक्टर मशीनों से सर्च अभियान जारी है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने दिया 1 करोड़ का दान, CM राहत कोष में पहुंचा सहयोग
बैंक ऑफ बड़ौदा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर धराली व हर्षिल में आई आपदा के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ रुपए का योगदान दिया। मुख्यमंत्री ने इस सहयोग के लिए बैंक प्रबंधन का धन्यवाद किया।
प्रभावितों को जल्द मिलेगा राहत पैकेज, गंगोत्री विधायक का अपडेट
गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने बताया कि लापता लोगों की सूची में 50 नाम शामिल हैं, जिनमें बिहार और उत्तर प्रदेश से आए कामगार भी हैं। मुख्यमंत्री की निगरानी में राहत सामग्री पहुंच रही है और प्रभावितों को आज राहत राशि वितरित की जाएगी।
गढ़वाल कमिश्नर की रिपोर्ट: 43 लोग अभी भी लापता, राहत एवं पुनर्वास के लिए कमेटी गठित
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि धराली आपदा में 43 लोग अभी भी लापता हैं। प्रभावितों के पुनर्वास व राहत पैकेज के लिए राजस्व परिषद की अध्यक्षता में कमेटी तैयार है जो जल्द उत्तरकाशी पहुंचेगी।
धराली का ध्वस्त कल्प केदार मंदिर पुनर्निर्मित होगा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने क्षतिग्रस्त निजी और सार्वजनिक संपत्ति का आकलन जल्द करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही धराली में ध्वस्त कल्प केदार देवता के मंदिर का पुनर्निर्माण किया जाएगा।
हर्षिल में बनी कृत्रिम झील से मैनुअल निकासी की तैयारी
सिंचाई विभाग हर्षिल में बनी कृत्रिम झील से पानी निकासी का काम मैनुअल करने की तैयारी में है। अधिकारियों और श्रमिकों को हेली के माध्यम से वहां भेजा जाएगा। उत्तरकाशी-हर्षिल पुल का पुनर्निर्माण पूरा, राहत सामग्री की आवाजाही में मदद धराली व हर्षिल को जोड़ने वाले पुल का पुनर्निर्माण हो चुका है, जिससे आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री की आवाजाही सुगम होगी।
खराब मौसम के कारण रेस्क्यू में बाधा, लेकिन बचाव कार्य लगातार जारी
बारिश के कारण हेलिकॉप्टर से बचाव कार्य प्रभावित हुआ, लेकिन मौसम साफ होते ही सेना के एमआई-17 व अन्य हेलिकॉप्टरों द्वारा राहत सामग्री और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया गया। अब तक 1273 लोगों को बचाया जा चुका है।