सचिव गैरोला ने बताया कि कई दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग योजनाओं की जानकारी के अभाव में उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं। इसे दूर करने के लिए सरकार ने ‘मेरी योजना’ नामक पुस्तक तैयार की है, जो ग्राम सभाओं तक पहुंचाई जाएगी। इस पुस्तक से न केवल योजनाओं की जानकारी मिलेगी, बल्कि पात्रता और आवेदन प्रक्रिया भी लोगों को समझने में आसानी होगी।
बैठक में सचिव ने उत्तराखंड सरकार के प्रमुख कार्यक्रम ‘सरकार जनता के द्वार’ के बारे में विस्तार से बताया। इस पहल के तहत डीएम और अन्य अधिकारी गांवों में जाकर योजनाओं की स्थिति का आकलन करते हैं और जन-चौपालों के जरिए जनता की समस्याओं का समाधान किया जाता है। इसके अलावा, उन्होंने ‘हमारा संकल्प भयमुक्त समाज’ और ‘हमारा संकल्प अनुशासित प्रदेश’ जैसी पहलों पर भी चर्चा की।
बैठक के दौरान NSA अजीत डोभाल ने संस्कृत विषय से पढ़ाई करने वाले छात्रों के रोजगार अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने उत्तराखंड सरकार द्वारा संस्कृत भाषा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग को प्रोत्साहित करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस क्षेत्र में अनुसंधान और तकनीकी विकास के लिए केंद्र सरकार से सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।
सचिव दीपक गैरोला और NSA अजीत डोभाल की यह बैठक शिक्षा, प्रशासनिक सुधार और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।