उत्तराखंड खेल इतिहास में नई ऊंचाइयों पर, 38वें राष्ट्रीय खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन

देहरादून: 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य के खेल इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है। इस बार प्रदेश ने 13 स्वर्ण सहित कुल 57 पदक अपने नाम किए, जो अब तक के किसी भी राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

रिकॉर्ड तोड़ उपलब्धि, पिछला प्रदर्शन पीछे छोड़ा—

उत्तराखंड ने इससे पहले 2002 में हैदराबाद में हुए 32वें राष्ट्रीय खेलों में 5 स्वर्ण, 1 रजत और 4 कांस्य सहित कुल 10 पदक जीते थे। वहीं, 2023 में गोवा में हुए 37वें राष्ट्रीय खेलों में राज्य ने 3 स्वर्ण, 6 रजत और 14 कांस्य सहित 24 पदक हासिल किए थे। लेकिन इस बार खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल कौशल का प्रदर्शन करते हुए 57 पदकों के साथ नया कीर्तिमान रच दिया है।

मॉडर्न पेंटाथलॉन में शानदार सफलता—

उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने मॉडर्न पेंटाथलॉन में जबरदस्त प्रदर्शन किया और 5 स्वर्ण व 2 कांस्य सहित कुल 7 पदक जीते। खासतौर पर काशीपुर के सक्षम प्रताप सिंह और बागेश्वर की ममता खाती ने तीन-तीन स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया।

बॉक्सिंग और वुशु में भी शानदार प्रदर्शन—

बॉक्सिंग में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए 3 स्वर्ण और 2 रजत पदक अपने नाम किए। वहीं, वुशु में 1 स्वर्ण, 3 रजत और 8 कांस्य सहित कुल 12 पदकों के साथ उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने अपनी श्रेष्ठता साबित की।

अन्य खेलों में भी छाया उत्तराखंड—

  • ताइक्वांडो: 1 स्वर्ण, 3 रजत, 6 कांस्य (कुल 10 पदक)
  • योगासन: 1 स्वर्ण, 3 रजत, 1 कांस्य
  • बैडमिंटन: 4 रजत, 2 कांस्य (कुल 6 पदक)
  • केनोइंग-कयाकिंग: 1 स्वर्ण, 2 रजत
  • लॉन बॉल: पहली बार भागीदारी में 1 स्वर्ण और 2 कांस्य पदक
  • रोइंग: 2 रजत और 1 कांस्य

फुटबॉल में ऐतिहासिक उपलब्धि—

उत्तराखंड की फुटबॉल टीम ने पहली बार राष्ट्रीय खेलों में रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया, जो राज्य के खेल विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।

38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड ने पहले ही दिन 5 स्वर्ण पदक जीतकर शानदार शुरुआत की थी और अब तक 57 पदकों के साथ 11वें स्थान पर है। यह प्रदर्शन राज्य में खेल संस्कृति को और मजबूत करेगा और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक साबित होगा।

सरकार और खेल संघों के सहयोग से आने वाले वर्षों में उत्तराखंड के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।