Trump को Shashi Tharoor की कड़ी फटकार: ‘India-Pak Ceasefire’ पर Credit क्यों?

भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम (ceasefire) को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump द्वारा की गई टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। थरूर ने कहा कि ट्रंप का यह दावा कि उन्होंने भारत-पाक के बीच संघर्ष रोकने में कोई भूमिका निभाई, “highly condemnable” और “misleading diplomacy” है।

थरूर के अनुसार, यह अमेरिका की ओर से South Asia के जटिल और संवेदनशील मामलों में एक अनावश्यक और अनुचित हस्तक्षेप है। उन्होंने ट्रंप की सोशल मीडिया पोस्ट्स की भी आलोचना की जिसमें भारत और पाकिस्तान को समान स्तर पर रखा गया था। थरूर ने इसे “shocking and unacceptable” बताया।

 “Pakistan is a terror sponsor, not India’s equal” – Tharoor

थरूर ने स्पष्ट कहा कि भारत आतंकवाद का शिकार है, जबकि पाकिस्तान उसे nurture and export करता है। उन्होंने कहा कि यह एक established international fact है कि पाकिस्तान आतंकवाद को शह देता है और खुद उनके कई नेता इसे स्वीकार कर चुके हैं। ऐसे में ट्रंप द्वारा भारत और पाकिस्तान को एक ही पलड़े में तौलना न केवल गलत है, बल्कि भारत की संप्रभुता और सुरक्षा नीति के खिलाफ भी है।

Ceasefire की हकीकत: Tharoor ने खोली ट्रंप की ‘Credit Politics’ की पोल

शशि थरूर ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने जिस ceasefire का श्रेय खुद को देने की कोशिश की, वह असल में पाकिस्तान के DGMO (Director General of Military Operations) द्वारा भारतीय समकक्ष को किए गए एक फोन कॉल के बाद हुआ था। शनिवार दोपहर 3:35 बजे पाकिस्तान की तरफ से संघर्षविराम की अपील की गई, जिसे भारत ने बाद में मान लिया।

थरूर ने कहा, “भारत किसी लंबी लड़ाई के पक्ष में नहीं था। हमारा उद्देश्य केवल यह संदेश देना था कि आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

Tharoor’s Message to US: Respect India’s Stand on Terrorism

थरूर ने अमेरिका को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि भारत अपनी foreign policy और security decisions पर किसी बाहरी ताकत की मंजूरी या सलाह नहीं चाहता। उन्होंने कहा कि अगर कोई देश पाकिस्तान जैसे आतंक समर्थक देश को भारत के बराबर खड़ा करता है, तो वह भारत के हितों के साथ अन्याय करता है।