दून से नैनीताल तक चला पुलिस का एक्शन! मकान मालिकों पर लाखों का जुर्माना

उत्तराखंड में किरायेदारों और बाहरी लोगों का बिना सत्यापन अब पड़ सकता है बेहद महंगा!
देहरादून और नैनीताल पुलिस पूरी तरह एक्शन मोड में है — मकसद साफ है:
अपराधों पर लगाम और जनता को सुरक्षित माहौल।

देहरादून:

 वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेश पर लक्खीबाग, मुस्लिम कॉलोनी, रीठा मंडी जैसे इलाकों में
किरायेदारों, घरेलू नौकरों और बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन अभियान चलाया गया।

 इस दौरान:

  • 38 मकान मालिकों पर पुलिस अधिनियम के तहत चालान

  • कुल जुर्माना: ₹3,80,000

नैनीताल:

 एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा की अगुवाई में “ऑपरेशन सेनेटाइज”

  • 1342 घरों, दुकानों और संदिग्ध स्थानों की जांच

  • 352 लोगों का सत्यापन

  • 31 मकान मालिकों/ठेकेदारों पर ₹10,000 का जुर्माना

  • कुल जुर्माना वसूली: ₹3,92,550

🗣 एसएसपी मीणा का बयान:

“यह सिर्फ फाइन वसूलने का नहीं, बल्कि जनता को सुरक्षित और शांतिपूर्ण जीवन देने की दिशा में एक ठोस कदम है।”


 क्यों ज़रूरी है किरायेदार सत्यापन?

  • अपराधियों की पहचान आसान

  • संदिग्ध गतिविधियों पर नियंत्रण

  • समाज में सुरक्षा की भावना मज़बूत