“Pahalgam Terror Attack: Navy के शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की अंतिम यात्रा में उठी भावनाओं की लहर”

Jammu-Kashmir के Pahalgam में हुए आतंकवादी हमले (Terror Attack in Pahalgam) में शहीद हुए Lieutenant Vinay Narwal का अंतिम संस्कार उनके गृहनगर Karnal में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। Model Town स्थित श्मशान घाट पर उनके पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान उनकी मां और बहन ने भी उन्हें कंधा देकर भावुक कर देने वाला दृश्य रच दिया।

Emotional Farewell: “Vinay Amar Rahein” के नारों से गूंजा Karnal

Lieutenant Vinay Narwal की अंतिम यात्रा के दौरान Karnal की सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। “Vinay Amar Rahein” और “Pakistan Murdabad” के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। स्थानीय लोगों ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पवर्षा की और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। Navy के जवानों ने तिरंगे में लिपटे शहीद को अंतिम सलामी दी।

CM Nayab Saini ने दी श्रद्धांजलि, परिजनों से मिले

हरियाणा के मुख्यमंत्री Nayab Saini भी शहीद Lieutenant के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि State Government इस मुश्किल घड़ी में परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है। मुख्यमंत्री ने जींद का अपना कार्यक्रम रद्द कर Vinay Narwal को श्रद्धांजलि अर्पित की।

शादी के 7 दिन बाद ही आतंकी हमले में शहीद

22 अप्रैल को हुए इस आतंकवादी हमले में 26 वर्षीय Navy Officer Vinay Narwal की जान चली गई। उन्होंने 16 अप्रैल को Uttarakhand के Mussoorie में Destination Wedding की थी। उनकी पत्नी Himanshi Narwal Gurugram की रहने वाली हैं। दोनों शादी के बाद 21 अप्रैल को Honeymoon पर Pahalgam पहुंचे थे और अगले ही दिन यह दर्दनाक हादसा हो गया।

1 मई को था Birthday, 3 मई को लौटना था ड्यूटी पर

Lieutenant Vinay Narwal का जन्मदिन 1 मई को था और परिवार ने शादी के बाद उनके First Birthday को Grand Celebration के रूप में मनाने की योजना बनाई थी। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। 3 मई को उन्हें अपनी पत्नी के साथ Kochi में ड्यूटी पर लौटना था।

Childhood और Career: CDS के बाद Navy Officer बने Vinay

Vinay ने Karnal के Sant Kabir School से पढ़ाई की थी। इसके बाद उन्होंने CDS (Combined Defence Services) का एग्जाम दिया और SSB Interview क्लियर कर Navy में चयनित हुए। तीन साल पहले ही वह Navy में शामिल हुए थे और तेज़ी से अपने कर्तव्यों को निभा रहे थे।