Operation Sindoor Explained: जैश का Headquarter क्यों बना भारतीय हमले का Target?

भारत ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को अब कोई रियायत नहीं दी जाएगी। भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा हाल ही में अंजाम दिए गए Operation Sindoor ने पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क की नींव को हिला कर रख दिया है। इस ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान के भीतर और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकवादी ठिकानों पर निशाना साधा।

क्यों हुआ Bahawalpur Target?

पाकिस्तान का 12वां सबसे बड़ा शहर Bahawalpur, आतंकवादी संगठन Jaish-e-Mohammed (JeM) का मुख्यालय माना जाता है। यही वजह है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत इस शहर को प्रमुख लक्ष्य बनाया गया। इस क्षेत्र में स्थित Jamia Masjid Subhan Allah परिसर जिसे Usman-o-Ali Campus भी कहा जाता है, पर भारतीय सेना ने सटीक हमला किया।

यह परिसर न केवल एक मस्जिद है, बल्कि इसमें 600 से अधिक छात्रों के लिए मदरसा, घुड़सवारी के लिए अस्तबल, एक जिम और स्विमिंग पूल जैसे सुविधाएं हैं। हालांकि इसकी असली पहचान एक terror training centre के रूप में है, जिसे Al-Rahmat Trust नामक एक फ्रंटल संस्था के माध्यम से चलाया जाता है।

Pakistan में Targeted Terror Camps

सूत्रों के अनुसार, इस सफल ऑपरेशन में कुल 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें से 4 पाकिस्तान में और 5 PoK में स्थित थे। इनमें से मुख्य ठिकाने Bahawalpur, Muridke और Sialkot में थे, जो कि आतंकवाद के गढ़ माने जाते हैं।

तीनों भारतीय सेनाओं – Army, Air Force और Navy – ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें precision-guided munitions (PGMs) का प्रयोग किया गया। इससे collateral damage को न्यूनतम रखते हुए लक्ष्य को सटीकता से ध्वस्त किया गया।

Masood Azhar: The Mastermind Behind JeM

बहावलपुर में जन्मा Masood Azhar, भारत का दुश्मन नंबर एक माना जाता है। 1994 में भारत में गिरफ्तार किए जाने के बाद 1999 में IC-814 Indian Airlines Hijack के दौरान उसे रिहा किया गया। उसी के बाद उसने Jaish-e-Mohammed की स्थापना की और अफगानिस्तान में Osama Bin Laden के संपर्क में आकर आतंक के रास्ते पर पूरी तरह उतर गया।

Masood Azhar को Pakistan’s ISI (Inter-Services Intelligence) से लगातार logistic और financial सहायता मिलती रही है। JeM और LeT (Lashkar-e-Taiba) दोनों ही भारत पर हुए कई बड़े आतंकी हमलों में शामिल रहे हैं।

Jaish के बड़े आतंकी हमले:

  • April 2000: श्रीनगर में पहला suicide attack

     

  • October 2001: J&K विधानसभा पर हमला – 30 मौतें

     

  • December 2001: Indian Parliament Attack – युद्ध जैसे हालात

     

  • January 2016: Pathankot Air Base हमला

     

  • September 2016: Uri Attack – 19 सैनिक शहीद, इसके जवाब में Surgical Strike

     

  • February 2019: Pulwama Attack – 40 CRPF जवान शहीद, जवाब में Balakot Air Strike

     

Operation Sindoor: भारत की Strategic Gamechanger Policy

Operation Sindoor सिर्फ एक retaliation नहीं था, यह एक clear message था कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ proactive doctrine पर चल रहा है। पाकिस्तान के भीतर स्थित बहावलपुर जैसे high-security zones, जहां न केवल जैश का मुख्यालय है बल्कि पास में पाकिस्तानी सेना की 31वीं कोर का मुख्यालय और एक classified nuclear facility भी है, उन पर सटीक हमला भारत की intelligence और strategic depth को दर्शाता है।

इस ऑपरेशन ने साबित कर दिया कि भारत अब सिर्फ बात नहीं करता, बल्कि आतंक के खिलाफ direct action लेने से भी पीछे नहीं हटता।

पाकिस्तान की स्वीकारोक्ति: India’s Strike Confirmed

पाकिस्तान सरकार ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि भारतीय हमलों में कोटली, मुरिदके और बहावलपुर में ठिकानों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, पाकिस्तान की ओर से हमेशा की तरह इसे civilian area targeting कहने की कोशिश की जा रही है, लेकिन सैटेलाइट इमेजेस और इंटरनेशनल एजेंसियों के डेटा इस दावे को नकारते हैं।

 New India का नया रुख

New India अब आतंक के खिलाफ सिर्फ कड़ी निंदा नहीं करता, बल्कि cross-border precision strikes के जरिए आतंक के safe havens को खत्म करने की नीति पर आगे बढ़ रहा है। Operation Sindoor इसी नीति का हिस्सा है, जिसने यह दिखा दिया कि भारत आतंक के समर्थन को बर्दाश्त नहीं करेगा, चाहे वह सीमा के इस पार हो या उस पार।