पुतिन की परेड में नहीं दिखेगा भारत का हाई-प्रोफाइल प्रतिनिधि, जानिए क्यों

रूस के मॉस्को में 9 मई को आयोजित होने जा रही Victory Day Parade 2024 में भारत की टॉप लीडरशिप शामिल नहीं होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भी इसमें भाग न लेने की संभावना है। इसके स्थान पर, भारत की ओर से रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ को रूस भेजा जा रहा है।

 Victory Day Parade क्या है?

Victory Day Parade, द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत की 80वीं वर्षगांठ के रूप में मनाई जाती है। यह रूस की राष्ट्रीय शक्ति और ऐतिहासिक गौरव का प्रतीक है। इस बार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इसमें हिस्सा लेंगे।

क्यों नहीं जा रहे हैं PM और Defence Minister?

इस निर्णय का सीधा संबंध 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले से है।
भारत में सुरक्षा व्यवस्था हाई अलर्ट पर है, और प्रधानमंत्री मोदी व राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया है।

कौन करेगा भारत का प्रतिनिधित्व?

भारत की ओर से अब MoS Defence संजय सेठ रूस जाएंगे और India-Russia ties को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभालेंगे।
हालांकि यह कदम प्रतीकात्मक रूप से भारत की चिंता दर्शाता है, लेकिन भारत-रूस संबंधों पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

 पाकिस्तान पर भारत का रुख

  • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा: आतंकियों और उनके सरपरस्तों को धरती के किसी भी कोने में खोजकर सज़ा दी जाएगी।”

  • पीएम ने सशस्त्र बलों को open mandate (खुली छूट) दे दी है।

  • PoK में पाकिस्तानी संस्थानों में डर का माहौल है, मदरसे और रैलियां बंद कर दी गई हैं।

 रणनीतिक संतुलन और चीन का रोल

जहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस परेड में हिस्सा लेंगे, वहीं भारत की अनुपस्थिति यह दर्शाती है कि New Delhi is recalibrating its strategic positioning amid regional threats, balancing long-standing friendships and present-day realities