Human Trafficking for Surrogacy: Market of girls in the name of surrogacy?
गोरखपुर से गायब एक नाबालिग लड़की को लेकर पुलिस की तफ्तीश ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। मामला सिर्फ अपहरण या शादी का नहीं, बल्कि एक ऐसे human trafficking racket का है जो नाबालिग लड़कियों को surrogate mother बनाने के लिए बेच रहा था।
पुलिस की कार्रवाई और पीड़िता के बयान ने इस गिरोह की पोल खोल दी है, जो surrogacy exploitation और illegal child trade से जुड़ा हुआ है।
Rajasthan में 1.80 लाख में बेची गई लड़की, शादी नहीं ‘मां’ बनाने का सौदा
गोरखपुर के Pipraich इलाके से 15 मार्च को लापता हुई 15 वर्षीय लड़की को गिरोह ने करीब 1.80 लाख रुपए में राजस्थान में बेच दिया था। शुरुआती जांच में लगा कि लड़की की शादी करवाई गई है, लेकिन पूछताछ के बाद सामने आया कि उसे सिर्फ surrogate motherhood के लिए तैयार किया जा रहा था।
Encounter में गिरफ्तार Mastermind, Surrogacy Racket का खुलासा
गिरोह का मास्टरमाइंड मोहर्रम उर्फ राहुल को पुलिस ने encounter में घायल कर गिरफ्तार किया। वह Maharajganj जिले के Nichlaul का निवासी है और नाबालिग लड़कियों को पहले वहां एक कमरे में रखता था, फिर सौदा तय होते ही उन्हें राजस्थान भेज देता था।
Delhi से Rajasthan तक फैला है गिरोह, अभी कई आरोपी फरार
इस interstate surrogacy trafficking gang में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है:
सहजनवा की सरिता
दिल्ली निवासी देवा गुर्जर
हरमाड़ा (राजस्थान) का निवासी, सरवनपुरी का भाई (नाम अज्ञात)
इन पर लड़कियों की illegal sale for surrogacy के आरोप हैं।
अब तक चार आरोपी जेल में, कई पुलिस के रडार पर
पुलिस अब तक 4 आरोपियों को judicial custody में भेज चुकी है:
बागचंद प्रजापति (Ajmer)
सरवनपुरी (SansiDari, Rajasthan)
सन्नी और उसकी पत्नी राधा (Agra)
इन सभी ने गिरोह के लिए broker की भूमिका निभाई। Radhika नाम की महिला और उसका पति Sunny खोराबार क्षेत्र में किराये पर रहते हुए लड़कियों को टारगेट करते थे।
4 जुलाई को दर्ज हुआ केस, 11 जुलाई को लड़की बरामद
पीड़िता की मां ने 4 जुलाई को पिपराइच थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
इसके बाद 11 जुलाई को लड़की को Unaula railway station के पास से rescue किया गया।
लड़की ने बताया कि उसे शादी नहीं, सरोगेसी के लिए बेचा गया था।