Emergency में महंगी फ्लाइट? PAC ने कहा- Airfare Cap जरूरी, Airlines की मनमानी नहीं चलेगी

देश में अचानक बढ़े flight ticket prices को लेकर संसद की Public Accounts Committee (PAC) ने चिंता जताई है। मंगलवार को हुई PAC की बैठक में यह मुद्दा तब उभरा जब हाल ही में Pahalgam terrorist attack, महाकुंभ और अन्य त्योहारों के दौरान प्राइवेट एयरलाइंस द्वारा Airfare Surge की खबरें सामने आईं।

सांसदों ने सवाल किया कि आपदा या इमरजेंसी (emergency or disaster situations) में क्या एयरलाइंस को predatory pricing की छूट दी जा सकती है?

क्या है Predatory Pricing और PAC को क्यों है आपत्ति?

Predatory Pricing यानी आपदा, त्योहार या आपातकाल के समय मांग बढ़ने पर टिकट के दाम असामान्य रूप से बढ़ा देना। PAC ने इस पर सख्ती दिखाते हुए कहा कि:

“Airlines को छूट नहीं दी जा सकती कि वे संकट को मुनाफे में बदलें।”

PAC की बैठक में क्या हुआ? DGCA और Airlines से क्या पूछा गया?
PAC की इस अहम बैठक में शामिल हुए:

Civil Aviation Secretary

DGCA (Directorate General of Civil Aviation)

AERA (Airfare Regulator)

AAI, BCAS और

Private Airlines जैसे Indigo और Air India के वरिष्ठ अधिकारी

बैठक का फोकस था:
“Determination and Regulation of Fees, Tariffs and User Charges in Civil Aviation Sector.”

पूर्व विमानन मंत्री प्रफुल पटेल ने क्या कहा?

पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री और PAC सदस्य Praful Patel ने NDTV से कहा:

“Pahalgam attack और Mahakumbh जैसे अवसरों पर Airfare ज़रूरत से ज़्यादा बढ़ा दिया गया। DGCA और Ministry के पास इसे regulate करने की authority है, और उसका इस्तेमाल किया जाना चाहिए।”

Flight Fare Cap की मांग तेज

एक वरिष्ठ सांसद ने कहा:

“आपदा या इमरजेंसी के समय Ticket Price Cap लागू होनी चाहिए। Airlines को मनमर्जी से किराया तय करने की आज़ादी नहीं होनी चाहिए।”

PAC का मानना है कि अगर Airlines को unchecked छोड़ा गया, तो यह common passengers के लिए air travel को असहनीय बना देगा।

Government-Airlines Dialogue की सिफारिश
कमिटी ने सुझाव दिया कि:

सरकार और एयरलाइंस के बीच dialogue के ज़रिये balanced solution निकाला जाए।

ऐसा model लाया जाए जिससे आम जनता पर financial burden न पड़े और सेवा प्रदाता का नुकसान भी न हो।

हवाई यात्राओं में उछाल, लेकिन किराये बेकाबू!

भारत में domestic air travel तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन ticket price regulation की कमी से यात्री महंगे किराये को लेकर नाराज हैं। PAC की इस बैठक से उम्मीद जगी है कि जल्द ही कोई policy on airfare cap सामने आएगी।