Drishyam Style Murder in Faridabad: बहू को मारकर गली में दफनाया, 2 महीने बाद मिला शव

फरीदाबाद में ‘Drishyam’ जैसी हत्या: विवाहिता की लाश घर के सामने 12 फीट गड्ढे में दबी मिली
हरियाणा के Faridabad जिले में एक हैरान करने वाला murder case सामने आया है, जहां एक married woman की हत्या कर उसका शव उसके ही in-laws ने घर के सामने गली में 12 फीट गहरे गड्ढे में दफन कर दिया। दो महीने तक महिला missing रही और family को गुमराह करने के लिए एक fake video का सहारा लिया गया। अब मामला Drishyam-style murder की तरह खुलकर सामने आया है।

कैसे खुला मामला? गड्ढे से निकली डेड बॉडी

पुलिस ने Roshan Nagar, Faridabad में खुदाई कर महिला का शव बरामद किया। Dead body गली के उस स्थान से मिली जहां करीब दो महीने पहले टॉयलेट के लिए खुदाई की गई थी। पुलिस ने शक के आधार पर Bhup Singh (ससुर) को custody में लिया है।

शादी के बाद शुरू हुआ विवाद

22 वर्षीय Tannu Rajput की शादी 19 मई 2023 को Arun नामक युवक से हुई थी, जो अपने पिता की कपड़े की दुकान चलाता है। तन्नू के मायके वालों के अनुसार, शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल में dowry harassment शुरू हो गया और अक्सर तन्नू मायके चली जाती थी।

गुमशुदगी से हत्या तक: क्या था ड्रामा?

23 अप्रैल को ससुराल वालों ने दावा किया कि तन्नू अपनी मर्जी से घर छोड़कर चली गई है। पुलिस ने missing complaint दर्ज की, लेकिन 20 दिन बाद तन्नू के परिजनों ने DCP Central Usha से मिलकर murder suspicion जताया।

Video Evidence से किया गुमराह

मृतका की बहन प्रीति ने बताया कि ससुर भूप सिंह ने जबरदस्ती एक fake video रिकॉर्ड करवाया, जिसमें तन्नू यह कहती दिख रही थी कि वह खुद से घर छोड़ रही है। इसी वीडियो को बार-बार पुलिस को दिखाकर इन-laws खुद को निर्दोष बताते रहे।

टॉयलेट नहीं, बना सीढ़ी – खुली पोल

इस केस में breakthrough तब आया जब rajmistri (मिस्त्री) ने पुलिस को बताया कि उसने एक दिन पहले गड्ढा खोदा था और अगली सुबह वह भर चुका था। मकान मालिक ने कहा कि अब टॉयलेट नहीं बनवाना है, केवल सीढ़ी चाहिए। पुलिस ने जब earthmover machine से खुदाई करवाई तो महिला की लाश वहीं से मिली।

परिवार का आरोप – ‘Drishyam’ फिल्म से मिली प्रेरणा

मृतका के भाई Yogesh का दावा है कि इस planned murder की प्रेरणा Drishyam movie plot से ली गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने पहले इसे सामान्य missing person case मान लिया और काफी delay in investigation की।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

परिवार का कहना है कि पुलिस ने पहले मामले को गंभीरता से नहीं लिया। उन्हें कहा गया कि इस इलाके की लड़कियां अक्सर खुद से घर छोड़ देती हैं। यदि समय रहते गहराई से जांच होती, तो शायद तन्नू की जान बचाई जा सकती थी।