Delhi Dargah Tragedy: Mother and daughter went for a vow, death took their way
दिल्ली के Hazrat Nizamuddin area में एक दर्दनाक dargah accident ने तीन परिवारों को झकझोर दिया। हादसे में वसंत कुंज के नांगल देवा निवासी 56 वर्षीय Meena Arora और उनकी 24 वर्षीय बेटी Monushka Arora समेत कई लोग मारे गए।
सूत्रों के अनुसार, मीना ने बहू Priya से वादा किया था कि मन्नत पूरी होने पर chadar चढ़ाएंगी। शुक्रवार को दोनों दरगाह पहुंचीं, लेकिन घर वापस आने के बजाय shrouded in kafan मिलीं। परिवार में पति, 28 वर्षीय बेटा Sachin, और दो विवाहित बेटियां Priya और Vaishali हैं।
हादसा अचानक हुआ, मलबे में दबे लोग
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, room ceiling और walls अचानक गिर पड़ीं और लोग मलबे में दब गए। सौरभ के अनुसार मृतकों के चेहरों पर चोट के निशान नहीं थे। पुलिस ने बताया कि post-mortem report के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।
इस हादसे में 79 वर्षीय Swaroopchand की भी मौत हुई। वे Pul Bangas area में पत्नी Rani के इलाज में व्यस्त थे। अस्पताल में उनकी शादीशुदा बेटी रोते हुए कह रही थी कि पिता मां का इलाज कराते-कराते खुद ही चल बसे।
झगड़ों से छुटकारे के लिए ताबीज लेने आईं, बनीं हादसे की शिकार
Anita Bhogal (Anita Saini) भी परिवारिक झगड़ों से परेशान होकर दरगाह पर ताबीज लेने आई थीं। उनके पति की COVID-19 में मौत हुई थी। जैसे ही वे मौलवी से taweez लेने अंदर गईं, कमरे की छत गिर गई।
Dargah tragedy में शामिल अन्य मृतक
Moinuddin (Zakheer Nagar) भी इस हादसे में मारे गए। वे कपड़े की दुकान चलाते थे और दोस्त के साथ दरगाह आए थे। दोस्त बाहर रुका, जबकि मोइनुद्दीन अंदर गया। कुछ ही देर बाद ceiling collapse हुआ और वे मलबे में दब गए।