Big progress in Rishikesh-Karnaprayag Rail Line: 13 tunnels ready so far, know how many are left
Rishikesh-Karnaprayag Railway Line, जो उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में रेल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने वाली सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है, में अब तक 13 Main Tunnels पूरी की जा चुकी हैं। Railway Minister Ashwini Vaishnaw ने राज्यसभा में इसकी जानकारी दी।
क्या है ये रेल परियोजना?
125 किलोमीटर लंबी यह रेलवे लाइन देहरादून, टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों को जोड़ते हुए हिमालयी भूभाग से होकर गुज़रती है। यह रेल लाइन धार्मिक और पर्यटन स्थलों जैसे Badrinath, Kedarnath, Joshimath और Karnaprayag को ऋषिकेश और दिल्ली से जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाएगी।
क्यों है यह प्रोजेक्ट खास?
इस Rail Infrastructure Project की खास बात यह है कि इसका 84% हिस्सा यानी लगभग पूरा Alignment सुरंगों से होकर गुज़रता है।
इसमें शामिल हैं: 16 Main Tunnels –कुल लंबाई: 105 किलोमीटर 12 Escape Tunnels –कुल लंबाई: 98 किलोमीटर अब तक 13 Main Tunnels और 9 Escape Tunnels बनकर पूरी हो चुकी हैं।
Advanced Tunnel Construction Techniques
रेल मंत्री ने बताया कि निर्माण की गति बढ़ाने के लिए 8 एडिट्स (Edits –अतिरिक्त खुदाई वाले हिस्से) बनाए गए, जिससे सुरंगों की खुदाई कई फ्रंट्स से की जा सकी और समय की बचत हुई। अच्छी खबर यह है कि सभी 8 एडिट्स का काम भी पूरा हो चुका है।
अब तक कितना काम हुआ?
कुल निर्माण क्षेत्र: 213 किलोमीटर
अब तक पूरा हुआ सुरंग निर्माण: 199 किलोमीटर
भारत की सबसे लंबी रेलवे सुरंग तैयार
Tunnel T8, जिसकी लंबाई 14.59 किलोमीटर है, इस प्रोजेक्ट की सबसे लंबी सुरंग है और यह अब भारत की सबसे लंबी रेलवे सुरंग बन गई है। इसका निर्माण अप्रैल 2025 में पूरा हुआ।
Environmental Sustainability भी ध्यान में
रेल मंत्री ने स्पष्ट किया कि यह पूरा निर्माण कार्य Eco-Friendly Tunnel Techniques और Minimal Environmental Impact दृष्टिकोण के साथ किया जा रहा है ताकि स्थानीय पारिस्थितिकी को नुकसान न पहुंचे।
Rishikesh-Karnaprayag Railway Project न केवल उत्तराखंड के Remote Hill Areas को बेहतर कनेक्टिविटी देगा, बल्कि चारधाम यात्रा को भी सुगम और सुरक्षित बनाएगा। इस मेगा प्रोजेक्ट के पूरा होने से राज्य की Tourism Economy और Strategic Infrastructure को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।